चार सुसमाचारों का अर्थ क्या है?

हम आशा करते हैं कि नीचे दिये हुए विवरण से सुसमाचारों का स्वभाव को बेहतर तरीके से समझने में मुसलमानों को मदद मिलेगी।

ये चारों सुसमाचार यीशु मसीह के जीवन के बारे में लिखित "अहादित अस्सहीहा" (सही परंपराएँ) हैं।

अदालतों में किसी भी विषय में सच्चाई को साबित करने के लिए कम से कम दो गवाहों की ज़रूरत होती है। यीशु मसीह के जीवन पर और उनके उपदेशों के बारे में गवाही देने के लिए तीन संक्षिप्त सुसमाचार मत्ती, मरकुस और लूका हमारे पास मौजूद हैं। यूहन्ना का सुसमाचार (यूहन्ना की इंजील) विश्वासियों के लिए यीशु मसीह के बारे में आंतरिक रहस्यों (अल अस्रार) को बताता हैं।

यूहन्ना के सुसमाचार में यीशु मसीह यहूदियों के विश्रामदिनों के बारे में, पवित्र आत्मा का आगमन और उन का पुनरुत्थान के संबंधित कही गई विषयों को यूहन्ना लिखे हैं।

हर एक सुसमाचार में अपना अपना एक प्रत्येक उद्देश्य है। वे सब के सब उस सच्चे सुसमाचार यीशु मसीह (अल इंजील अस-सहीह) के बारे में लिखित चार सच्चे गवाहियाँ हैं।

अंग्रेज़ी मूल : What are the Gospels?

 


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